tag:blogger.com,1999:blog-1527522164899437173.post1196680143285661153..comments2023-09-01T21:05:11.147+05:30Comments on वो मुझमे तेरा हिस्सा सा ....: चोर शीशे [कुछ नन्ही नज़्में]Ravi Shankarhttp://www.blogger.com/profile/08004933931335889834noreply@blogger.comBlogger18125tag:blogger.com,1999:blog-1527522164899437173.post-42194980426974758842011-01-18T21:28:02.682+05:302011-01-18T21:28:02.682+05:30आपके कॉमेंट ने हमें यहाँ तक पहुचेया ....काफ़ी कुछ ...आपके कॉमेंट ने हमें यहाँ तक पहुचेया ....काफ़ी कुछ पढ़ा आपको.....बहुत बढ़ियाँ लिखते हैं आप... तारीफ करूँ और किसे छोड़ दूँ... इसी उधेड़बुन में फिलहाल तो इतनाप्रियाhttps://www.blogger.com/profile/04663779807108466146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1527522164899437173.post-65191502395390365902011-01-16T21:13:08.375+05:302011-01-16T21:13:08.375+05:30@ शेखर जी…
बहुत धन्यवाद बन्धु।
@ आर्य-प्रवर (अव...@ शेखर जी… <br /><br />बहुत धन्यवाद बन्धु।<br /><br />@ आर्य-प्रवर (अवि…)<br /><br />क्यों लज्जित करते हैं देव… कुबेर का कोश भला रिक्त हो सकता है। और जहाँ तक शिकायत की बात है तो कोशिश जरूर रहेगी कि आपको अगली शिकायत का मौका नहीं मिले।<br /><br />@ सलिल सर…<br /><br />मेरी दोस्त आपको दद्दू कहती है सो दद्दू आप मेरे भी हुए तो सबसे पहले मुझे सम्बोधित करने के बाद "जी" ना लगाया कीजिये। और आपका स्नेह तो अब मेरा अधिकार है…इसलिये कोइ थैंक्स-गिविंग प्रोग्राम नहीं आपके लिये… बस नमन ! :)Ravi Shankarhttps://www.blogger.com/profile/08004933931335889834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1527522164899437173.post-91092511391907635422011-01-16T20:16:51.594+05:302011-01-16T20:16:51.594+05:30@ ॠचा जी…
बहुत आभार आपका।
@ कैलाश जी…
आप तक पह...@ ॠचा जी…<br /><br />बहुत आभार आपका। <br /><br />@ कैलाश जी…<br /><br />आप तक पहुँचे भाव, नज़्में सार्थक हुईं। धन्यवाद। <br /><br />@ क्षितिजा जी…<br /><br />आपका आना कलम को प्रफ़ुल्लित करता है। आते रहियेगा। :)<br /><br />@ साँझू……<br /><br />तुम्हे शुक्रिया तो कह ही नहीं सकता…… बस :) है तेरे लिये। <br /><br />@ शिखा दी…<br /><br />सत्य वचन ! :)Ravi Shankarhttps://www.blogger.com/profile/08004933931335889834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1527522164899437173.post-61344526083835162482011-01-14T19:27:19.627+05:302011-01-14T19:27:19.627+05:30@ संजय सर…
जी…… अवकाश तो लम्बा हो गया था पर बड़ा व...@ संजय सर…<br /><br />जी…… अवकाश तो लम्बा हो गया था पर बड़ा व्यस्त किस्म का अवकाश था… :)<br /><br />@ वन्दना जी…<br /><br />शुक्रिया आपका ! हामिला का मतलब लिख दिया है पोस्ट पर… आते रहियेगा।<br /><br />@ भास्कर जी…<br /><br />बहुत आभार बन्धु। हौसला देते रहियेगा।Ravi Shankarhttps://www.blogger.com/profile/08004933931335889834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1527522164899437173.post-84517764158681022082011-01-13T23:47:50.499+05:302011-01-13T23:47:50.499+05:30चोर शीशे!!!
चचा गुलज़ार तो कहते हैं कि नैनों की ...<b>चोर शीशे!!! </b><br />चचा गुलज़ार तो कहते हैं कि नैनों की मत मानियो रे, नैनों की मत सुनियो रे, नैना ठग लेंगे!!<br /><b>ज़िंदगी की व्हिस्की!</b><br />ख़्वाब की बर्फ पिघलती है तो घुल जाती है<br />ज़िंदगी में जो घुले ख़्वाब तो होता है नशा.<br /><b>हामिला उम्मीद!</b><br />विसाल की उम्मीद जब हामिला हो तो नज़्म की पैदाइश और अगर ख़याले हिज्र हामिला हो तो... जातक कथाएँ!<br />.<br /><b>कहा था लौट के आऊँगा, सो आया! बधाई हर एक नज़्म के लिये, जितनी छोटी, उतनी प्यारी.. </b>चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1527522164899437173.post-77995534442267943052011-01-13T19:28:11.004+05:302011-01-13T19:28:11.004+05:30किस बात का गुनाहगार हूँ मैं....संजय भास्कर
नई पोस्...किस बात का गुनाहगार हूँ मैं....संजय भास्कर<br />नई पोस्ट पर आपका स्वागत है<br />धन्यवाद <br />http://sanjaybhaskar.blogspot.com/2011/01/blog-post_12.htmlसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1527522164899437173.post-15997453463244970492011-01-13T19:23:03.054+05:302011-01-13T19:23:03.054+05:30"आप सभी को मकर संक्रांति के पर्व की ढेरों शुभ..."आप सभी को मकर संक्रांति के पर्व की ढेरों शुभकामनाएँ !"संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1527522164899437173.post-57836409134954195942011-01-13T16:38:07.851+05:302011-01-13T16:38:07.851+05:30क्या साब!
अब पता चला इतने दिनों कहाँ थे।
पहली और त...क्या साब!<br />अब पता चला इतने दिनों कहाँ थे।<br />पहली और तीसरी तो आपकी मेहरबानी से पहले भी पढने को मिली हुई है आज दूसरी भी मिल गई।<br /><br />तेरे विसाल की उम्मीद<br />हामिला सी नज़र आती है।<br /><br />कुछ शब्द उधार दे दीजिये इनके लिए, तो मैं भी कोई टिप्पणी कर दूँ। मुझे से खुद तो हो चुकी कोई टिप्पणी इन पर।<br /><br />एक शिकायत करूँ?<br /><br />जरा रेगुलर रहिये :)Avinash Chandrahttps://www.blogger.com/profile/01556980533767425818noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1527522164899437173.post-43516533033342518162011-01-13T01:18:27.139+05:302011-01-13T01:18:27.139+05:30रविशंकर जी! वादा रहा कल आऊँगा टिप्पणी देने, अभी तो...रविशंकर जी! वादा रहा कल आऊँगा टिप्पणी देने, अभी तो बस एंजॉय करने दो!! क़तरा क़तरा नज़्म को उतरने दो!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1527522164899437173.post-78142239369628875392011-01-13T00:40:49.910+05:302011-01-13T00:40:49.910+05:30hmmmm...
back with the bang.....
awesome..
bahut h...hmmmm...<br />back with the bang.....<br />awesome..<br />bahut hi behtareen....Shekhar Sumanhttps://www.blogger.com/profile/02651758973102120332noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1527522164899437173.post-80332901040647289152011-01-12T21:00:40.674+05:302011-01-12T21:00:40.674+05:30जिंदगी की व्हिस्की में सबसे ज्यादा नशा है :) बहुत ...जिंदगी की व्हिस्की में सबसे ज्यादा नशा है :) बहुत ही बढ़िया क्षणिकाएं हैं रवि !.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1527522164899437173.post-34933651954600562372011-01-12T17:16:54.385+05:302011-01-12T17:16:54.385+05:30hmmmmm...whisky huh.... ;)
good job buddy, tum hi...hmmmmm...whisky huh.... ;)<br /><br />good job buddy, tum hi kar sakte the ye, teenon hi bohot badhiya lagi....bohot khoobAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1527522164899437173.post-30082013502538499592011-01-12T15:20:00.793+05:302011-01-12T15:20:00.793+05:30वो जो तहज़ीब है इनको
"जो जैसा है दिखा देना &qu...वो जो तहज़ीब है इनको<br />"जो जैसा है दिखा देना "<br />तेरी नज़रों से सीखा है..... वाह वाह !! बहुत खूब <br /><br /><br />कि जिंदगी<br />फिर छलक जाए मुझ से ...बेहतरीन ... <br /><br /><br />तेरे विसाल की उम्मीद<br />हामिला सी नज़र आती है।..उम्दा .... <br /><br />तीनों नज्में कमाल की लिखीं हैं रवि जी ....Dr Xitija Singhhttps://www.blogger.com/profile/16354282922659420880noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1527522164899437173.post-41249115481543181542011-01-12T14:28:29.773+05:302011-01-12T14:28:29.773+05:30मेरी आँखों में
डालो न ,
तुम अपने ख्वाब
का टुकडा .....मेरी आँखों में<br />डालो न ,<br />तुम अपने ख्वाब<br />का टुकडा ...<br />कि जिंदगी<br />फिर छलक जाए मुझ से .<br /><br />बहुत भावपूर्ण नज्में..Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1527522164899437173.post-55963694020298821082011-01-12T12:54:23.324+05:302011-01-12T12:54:23.324+05:30वो जो तहज़ीब है इनको
"जो जैसा है दिखा देना &qu...<b>वो जो तहज़ीब है इनको<br />"जो जैसा है दिखा देना "<br />तेरी नज़रों से सीखा है..<br /><br />जो तुम न होते<br />तो आइनों का क्या होता !</b><br /><br />वाह !! बेहद ख़ूबसूरत हैं ये नन्ही नज़्में...richahttps://www.blogger.com/profile/17341853830091317236noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1527522164899437173.post-11591943153135678682011-01-12T08:32:07.572+05:302011-01-12T08:32:07.572+05:30एक बेहतरीन अश`आर के साथ पुन: आगमन पर आपका हार्दिक ...एक बेहतरीन अश`आर के साथ पुन: आगमन पर आपका हार्दिक स्वागत है.संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1527522164899437173.post-51411239756770307772011-01-12T06:58:13.318+05:302011-01-12T06:58:13.318+05:30hamila ka matlab bata dijiye plzz ..:)
baaki najm...hamila ka matlab bata dijiye plzz ..:)<br /><br />baaki najme behad masoom hain ravi ji ..bahut khoob :)Vandana Singhhttps://www.blogger.com/profile/14920537433543551573noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1527522164899437173.post-15420270950847467802011-01-12T05:51:32.708+05:302011-01-12T05:51:32.708+05:30तुम न होते तो आईने महज आईने होते।
पैमाने छलकें तो...तुम न होते तो आईने महज आईने होते।<br /><br />पैमाने छलकें तो छलकने दो, ख्वाबों को बसाओ आँखों में।<br /><br />लंबे अवकाश के बाद स्वागत है, रवि।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.com